यौन शक्ति बढ़ाने के तरीके, घरेलू दवा, जड़ी-बूटी द्वारा इलाज
Sex-यौनशक्ति: आज कल तनाव भरी जिंदगी में लोगों को समय का बहुत अभाव है जिसके चलते लोग अपने खान पान पर ठीक से ध्यान नहीं दे पा रहे हैं यही कारण है की उन्हें बहुत सारी बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है दोस्तों उसी समस्या में एक समस्या सेक्स ड्राइव (यौनशक्ति) है।
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Sex-यौनशक्ति को बढ़ाने के तरीके कुछ इस प्रकार हैं जिसके प्रयोग से आप अपने पार्टनर व पत्नी को पूर्ण रूप से संतुष्ट कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी जड़ी-बूटी और औषधियों से अवगत करने जा रहे हैं जिन्हे आप अपने खान-पान में शामिल कर अपनी सेक्स क्षमता को बढ़ा सकते हैं। तो दोस्तों, आइये जानते हैं कुछ सरल जड़ी-बूटी औषधियों के बारे में-
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यौनशक्ति को बढ़ाने के कुछ सरल घरेलू दवा, औषधीय जड़ी-बूटी-
यौनशक्ति बढ़ाने का तरीका है एलोवेरा-
यौनशक्ति, सेक्स, वीर्य बृध्दि, शीध्रपतन, स्तम्भन कामशक्ति को बढ़ाने के लिए घृतकुमारी या एलोवेरा के औषधीय प्रयोग आप के लिए अत्यंत लाभकारी है। यौनशक्ति में घृतकुमारी द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्सा विधि अपनाने के लिए 350 ग्राम भुनी हुई गोद, 300 ग्राम घृतकुमारी गूदा 300 ग्राम और 150 ग्राम गेहूं का आटा तथा थोड़ा देशी घी मिलाकर हाथ में घी लगाकरगूंद लें (हाथ में घी लगाने से गोंद एवं आटा हाथ में नहीं चिपकेगा) पूरी तरह मिलने के बाद मिश्रण की लोई बना लें। अब कड़ाही में देशी घी डालकर इसे लाल गुलावी होने तक तल लें और फिर नीचे उतार कर दोवारा से थाली में रख कर चूरा कर लें। चूरा बनने के बाद कड़ाही में बचे हुए घी से थोड़ा घी मिलाकर दुबारा हल्का सा भुनने के बाद उतार कर इसमें आवश्यकतानुसार गुड़ या खाड़ और गोंद, काजू, बादाम के छोटे छोटे टुकड़े करके मिला लें। अब बने हुए मिश्रण के 20 से 25 ग्राम के लड्डू बना लें। इसके प्रयोग से यौनशक्ति, वीर्य बृध्दि, शीध्रपतन, स्तम्भन कामशक्ति आदि गुप्त रोग की समस्याओं में बहुत अधिक लाभ होता है।
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सेवन विधि: सुबह नास्ता के समय प्रतिदिन एक लड्डू खाने के बाद एक ग्लास मिश्री मिले हुए दूध का सेवन करना चाहिए। इस उपयोग से काम शक्ति, वीर्य बृध्दि, स्तम्भन, शारीरिक शक्ति, यौनशक्ति बढ़ने के साथ साथ शीध्रपतन की समस्या से छुटकारा मिलता है। अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए इस प्रयोग के दौरान कम से कम 40 दिनों तक सम्भोग (सेक्स) क्रिया से दूर रहें।
गिलोय से यौन रोग का इलाज-
गिलोय, खस की घास, पठानी लोध्र, अंजन, लाल चंदन, नागरमोथा, आंवला, हरड़, परवल की पत्ती, नीम की छाल पद्यकाष्ठ इन सभी द्रव्यों को समान्य मात्रा में लेकर कूट पीस, छानकर रख लें। इनके सम्मिलित चूर्ण को 10 ग्राम की मात्रा लेकर मधु के साथ मिलाकर दिन में तीन बार प्रयोग करने से पित्तज प्रमेह (यौन रोग) नष्ट हो जाते हैं। गिलोय का रस, षटपल घृत का पान, अभया या त्रिफला का क्वाथ विषमज्वर तथा प्रमेह में पीना चाहिये।
चित्रक है यौनशक्ति बढ़ाने में मददगार-
यौनशक्ति बढ़ाने के लिए चित्रक और गिलोय का 20-30 ग्राम काढ़ा सुबह-शाम पिलाने से यौन रोग मिटता है और साथ ही साथ सेक्स शक्ति में वृद्धि होती है गिलोय के 10-20 ग्राम स्वरस में 2 चम्मच मधु मिलाकर दिन में दो तीन बार पीने से प्रमेह नष्ट होता है।
यौन शक्ति बढ़ाने में अदरक का रस रामबाण औषधि है-
अदरक भोजन में स्वाद के आलावा यौन शक्ति को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। अदरक से आने वाली खुशबू आपकी सेक्स की इच्छाओं और क्षमताओं को बढ़ाने में लाभप्रद है। अदरक आप के शरीर के मध्य भाग में रक्त अधिक आसानी से फैलाती है जो आप के यौन शक्ति के लिए विशेष आवश्यक होता है। अदरक का सेवन करने के बाद आपके यौनशक्ति को बढ़ावा मिलता है।
यौन शक्ति बढ़ाने में धतूरा का प्रयोग-
यौन शक्ति में धतूरा के बीज अकरकरा और लौंग इन तीनों की गोलियां बनाकर खिलाने से काम शक्ति-यौन शक्ति बढ़ जाती है तथा धतूरा के बीजों के तेल पैरों के तलुवे पर मालिश करने के बाद स्त्री के साथ संभोग (सेक्स) करने की इच्छाएं बढ़ती है। इसके अलावा धतूरा के 15 फलों को बीज सहित लेकर, पीसकर, महीन चूर्ण को 20 मिलीग्राम दूध में डालकर दही जमा दें, अगले दिन दही को घोटकर घी निकाल लें, कामेन्द्रिय पर मलने से उसकी शिथिलता दूर हो जाती है और सेक्स शक्ति बढ़ जाती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में गूलर फल का प्रयोग-
बाजीकरणार्थ (यौन शक्ति) में गूलर के फल का चूर्ण तथा बिदारी कंद का चूर्ण, समभाग 4-6 ग्राम की मात्रा में मिश्री और घी तथा दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से पौरुष शक्ति की वृद्धि व बाजीकरण की क्षमता बढ़ जाती है। यदि स्त्रियां सेवन करें तो समस्त स्त्री रोग दूर होकर लावण्यता में वृद्धि होती है।
यौनशक्ति को बढ़ाने में गोरखमुंडी है फायदेमंद-
यौनशक्ति में वृद्धि के लिए गोरखमुंडी के पौधे को छाया में सुखाकर पीसकर बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर एक चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से मनुष्य का यौवन स्थिर रहता है तथा उसके बाल सफेद नहीं होते हैं। गोरखमुंडी के चूर्ण को घी के साथ चाटने से बल बढ़ता है। गोरखमुंडी के पौधे की छाया शुष्क चूर्ण में दोगुना मधु मिलाकर 40 दिन तक गर्म दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से शरीरिक सेक्स में वृद्धि होती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में गुलदाऊदी की जड़ी-बूटी-
बल्य (यौन शक्ति) में गुलदाऊदी के हरे पत्तों को पीसकर अंडकोशों और गुदा के बीच मलने से कामेन्द्रियों की शक्ति बढ़ती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में करेला जूस है मददगार-
स्तम्भन शक्ति (शीघ्र पतन) में करेला के पत्ते और फलों के रस को आग में खुश्क कर 3-4 ग्राम की गोलियां बना लें, इसमें 1 गोली गाय का दूध के साथ पीकर ऊपर से निगल जायें। इसके बाद थोड़ी सी मधु चाट लें, इसके प्रयोग से रति शक्ति और स्तंम्भन शक्ति में बहुत वृद्धि होती है और साथ ही यौनशक्ति को बढ़ावा मिलता है।
यौन शक्ति बढ़ाने में कुटज का प्रयोग-
इन्द्रिय दौर्वल्यै (सेक्स शक्ति) में 6 ग्राम इन्द्रजौ को सुबह-शाम तथा दोपहर भैंस के दूध में भिगोकर पीसकर, इंद्री पर लेपकर कर पट्टी, बाधें, कुछ देर पश्चात गर्म जल से धो दें। एक सप्ताह तक प्रयोग करने से इंद्री पुष्ट हो जाती है तथा यौन शक्ति में वृद्धि होती है।
पुरुष यौन शक्ति बढ़ाने में लौंग है रामबाण दवा-
पुरुष यौन शक्ति को बढ़ाने में लौंग व जायफल को घिसकर नाभि पर लेपकर स्त्री के साथ सेक्स करने से पुरुष की कामशक्ति बढ़ जाती है।
यौनि रोग में अलसी के प्रयोग-
यौनि रोग में 50 ग्राम अलसी, मुलेठी 3 ग्राम, दोनों को दरदरा कूरकर डेढ़ पाव जल के साथ मिटटी के बर्तन में हल्की आंच में पकायें। जब 50 ग्राम जल शेष रह जाये तो छानकर 2 ग्राम कलमी शोरा मिलाकर 2 घंटे के अंतर् से 20-20 ग्राम सेवन करने से यौनि रोग में आराम मिलता है।
यौन शक्ति बढ़ाने में मेंहदी है फायदेमंद-
शांति व शक्ति (सेक्स शक्ति) निर्बल मनुष्य को मेंहदी के फूल सुंघाने से और पीसकर मस्तक पर लेप करने से शांति व यौन शक्ति बढ़ती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में निर्गुन्डी प्रयोग-
कामशक्ति (सेक्स शक्ति) में 40 ग्राम निर्गुन्डी और 40 ग्राम शुंठी को एक साथ पीसकर आठ खुराक बनाकर एक खुराक रोज दूध के साथ सेवन करने से पुरुष की काम शक्ति में वृद्धि होती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में प्याज है मददगार-
प्याज खाना के अलावा काम शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है। यौनशक्ति को बढ़ाने के लिए प्याज को किसी बर्तन में भरकर, बर्तन का मुख को बंद कर देना चाहिये क्योंकि उसमें हवा न जाने पाये, उसके बाद इस बर्तन को जहां गाय बाँधी जाती हो उस स्थान पर गाड़ देना चाहिए। चार माह के बाद निकालकर एक प्याज को नियमित प्रयोग करने से कामशक्ति/सेक्स शक्ति बढ़ती है। इसके आलावा प्याज का रस व शहद 2 किलोग्राम, खडं 250 ग्राम, मिलाकर शर्बत बनाकर 25 ग्राम प्रतिदिन सेवन करने से स्त्रियों और पुरुषों को यौन शक्ति की प्राप्ति होती है।
प्याज से यौवन पीड़ा का इलाज-
यौवन पीड़ा में प्याज को गाय के घी में तलकर योनि के पास बांधने से अथवा प्याज के स्वरस का लेप करने से यौवन पीड़ा शांत होती है।
यौन शक्ति बढ़ाने में पलाश का प्रयोग-
यौन शक्ति (गुप्त रोग) में ढाक की जड़ों का रस निकाल कर उस रस में 3 दिन तक गेहूं के दानों को भिगो दें। तत्पश्चात इन दानों को पीसकर हलवा बनाकर खिलाने से कामशक्ति कमजोरी दूर होती है।
लता करंज से यौन रोग का उपचार-
सुजाक (सेक्स रोग) में लता करंज की 1-3 ग्राम जड़ का रस, नारियल का जल और चूने का निथरा हुआ जल, समान मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम पिलाते रहने से पेशाब की नली का सूजन और जलन आदि दूर होकर पूयस्राव होना बंद हो जाता है।
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