Back Pain-आज कल भाग दौड़ की जीवनशैली में कमर दर्द एक आम बात हो गई है। क्योंकि लोगों को खड़े होकर घर का काम करना हो या दौड़-भाग का कोई भी काम हो, कमर दर्द या पीठ दर्द की शिकायत होना निश्चित है। कभी-कभी ये दर्द तेज होता है और कभी-कभी हल्का-हल्का होता है। यह समस्या ज्यादातर पहले वृद्धावस्था में देखने को मिलता था लेकिन आज के समय यह समस्या सभी लोगों के अंदर देखने को मिलती है। ऐसे में कई बार लोग कमर दर्द की दवा के आदी हो जाते हैं, जो गलत है। अगर इस समस्या का समय से इलाज न किया जाए, तो यह समस्या आगे चलकर चिंता का विषय बन सकता है। इसलिए, कमर के दर्द में लापरवाही नहीं करना चाहिए। आज हम इस पोस्ट में कमर दर्द के कारण, लक्षण, घरेलू दवा एवं उपचार विधि के बारे में बात करने जा रहें हैं…
स्वास्थ्य वर्धक आयुर्वेदिक
औषधि Click Hereजड़ी-बूटी इलाज
Click Here
Table of Contents
किसी भी वजह से मांसपेशियों में खिंचाव, चोट लगना या दबाव के कारण कमर दर्द यानि पीठ दर्द होता है. जैसे- क्षमता से अधिक भारी वस्तुओं को उठाना, व्यायाम न करना, किसी भी वस्तु को सही तरीके से न उठाना, दिन भर कुर्सी पर बैठे रहना, टीवी या कंप्यूटर के सामने देर तक बैठना उठना, सोते समय मोटे तकिये का इस्तेमाल करना, गलत अवस्था में बैठना, चलना, लेटना या खड़े रहना, जरूरत से ज्यादा व्यायाम करना, गठिया रोग की परेशानी, नींद न आने की वजह से भी पीठ या कमर में दर्द होना, वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा के चलते, भारी बैग उठाने से, किसी गंभीर बीमारी की वजह से और कमजोर हड्डी के कारण आदि हो सकते हैं। इनमें से कोई भी आपके पीठ या कमर दर्द का कारण हो सकता है।
कमर दर्द के विभिन्न लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं, उठने-बैठने के वक्त परेशानी होना या फिर कमर में दर्द होना, शरीर का तापमान बढ़ना या घटना, पीठ पर सूजन का आना, कमर में तीव्र दर्द, किसी भी वक्त पीठ में दर्द का होना, ज्यादा देर तक बैठे रहने से या खड़े रहने से दर्द का और बिगड़ जाना, कमर, पीठ और हिप्स के आसपास सुन्न रहना आदि कमर दर्द के लक्षण हैं इस तरह के कमर दर्द का घरेलू उपचार सरल तरीके से किया जा सकता है।
आजमाएं देशी घरेलू दवा एवं नुस्खे-
कमर दर्द या स्लिप डिस्क हो जाने पे भी घृतकुमारी या एलोवेरा के गुदे को खाए या उसकी रोटी बना कर या फिर लड्डू बना कर खाए तो कमर के दर्द या स्लिप डिस्क की किसी भी समस्या से निजात मिलता है।
अलसी तेल को गर्म कर इसमें शुंठी चूर्ण मिलाकर मालिश करने से कमर दर्द दूर होता है।
कटिशूल यानि कमर दर्द में अश्वगंधा के 2-5 ग्राम चूर्ण को गोघृत या खंड के साथ चाटने से कमर दर्द और निद्रानाश दूर होता है।
कमर दर्द में खुरासानी अजवायन का तेल तिल तेल को समान मात्रा में मिलाकर कमर पर मालिश करने से कमर दर्द शीघ्र नष्ट हो जाता है।
कमर दर्द में काली मिर्च के चूर्ण को घी के साथ मिलाकर खिलाने से तथा घी में मिलाकर मालिश करने से कमर दर्द मिटता है।
कमर दर्द से परेशान मरीज कमर दर्द ठीक न हो रहा हो तो लाल मिर्च के तेल अथवा मिर्च के फल को जला कर दर्द के स्थान पर लेप करने से कमर दर्द में आराम मिलता है।
कमर दर्द होने पर रात को सोने से पहले अरंडी के तेल को गुनगुना गर्म करके दर्द वाली जगह पर लेप करें या फिर हल्के-हल्के हाथों से मालिश करें और तेल को रातभर लगा रहने देने से कमर दर्द में लाभ होता है।
कमर दर्द होने पर रात को सोने से पहले जैतून का तेल गर्म करें पीठ पर मालिश करने से कमर दर्द ठीक हो जाता है।
कमर दर्द की समस्या से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए 5 से 10 मिनट तक अदरक को एक कप गर्म पानी में डुबो कर रखें। उसके बाद
स्वाद के लिए शहद मिलाएं और ठंडा होने से पहले इसका सेवन करें कमर दर्द में लाभदायक होता है। इसके अलावा आप कमर पर मालिश करने के लिए अदरक के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं।
कमर दर्द में तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में 10 मिनट तक डुबो कर रखें, इसके बाद इस पानी में शहद मिलाकर चाय की तरह सेवन करने से कमर दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा आप कमर पर तुलसी तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
कमर दर्द में लहसुन की कलियों को अच्छे से कुचलकर उसका पेस्ट बना कर दर्द वाली जगह पर मालिश करें और उस स्थान को तौलिये से ढक लें अब इसको लगभग आधे घंटे के लिए छोड़ दें और फिर गीले कपड़े से पोंछ लें, इस तरह करने से आपको कमर दर्द से मुक्ति मिलती है।
सर्दी-जुकाम में गर्म पानी पीना बहुत लाभकारी होता है। वहीं, कमर दर्द में गर्म पानी का सेंक भी फायदेमंद होता है। जहां पर कमर दर्द हो रहा हो उसी स्थान पर हॉट वॉटर बैग से 25 से 30 मिनट सिकाई करने से कमर दर्द में शीघ्र आराम मिलता है।
मालिश करने अथवा फल को जला कर पाँजर पर लेप करने से पाँजर का दर्द ठीक हो जाता है।
कमर दर्द से परेशान व्यक्ति को मौलसिरी की छाल का चूर्ण 2-3 ग्राम की मात्रा में लेकर उसमें 1 चम्मच मधु मिलाकर सुबह-शाम नियमित रूप से प्रयोग करने से कमर का दर्द ठीक हो जाता है।
कमर दर्द के मरीज को बिजौरा नीम्बू के 10 ग्राम रस में 500 मिलीग्राम यवक्षार और 2 चम्मच मधु मिलाकर पिलाने से कमर का दर्द फौरन ठीक हो जाता है।
कमर दर्द में पवांड़ के बीजों को भूनकर 2-4 ग्राम चूर्ण कर, चीनी, गुड़ आदि मीठा और थोड़ा देशी गाय का घी मिलाकर लड्डू बनाकर सुबह-शाम खाने से कमर दर्द में लाभ होता है।
कमर दर्द की समस्या से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए तिल के तेल की मालिश नियमित रूप करने से कमर दर्द में शीघ्र लाभ होता है।
कमर और पीठ दर्द के कारण, लक्षण, घरेलू दवा एवं उपचार विधि/Kamar Aur Peeth Dard ke Karan, Lakshan, Gharelu Dava Evam Upchar Vidhi In Hindi.
Search Link: kamer dard, kamar dard yoga, kamar dard ka medicine, kamar dard ki tablet, kamar dard ka desi nuskha, kamar ke side me dard, kamar dard ki medicine name, kamar dard medicine name, kamar dard ka ilaj, back pain home medicine treatment in hindi. kamar aur peeth dard ke karan, lakshan, gharelu dava evam upchar vidhi. kamar dard ka gharelu ilaj, kamar drd ki gharelu dava, kamar dard aur peeth drd ki deshi dava in hindi.
घरेलू दवा:- Constipation:अनियमित दिनचर्या और भाग दौड़ की जीवनशैली में कब्ज होना एक आम समस्या है। भोजन के बाद…
Fistula:लोगों को भगंदर के नाम से ही लगता है कि कोई गंभीर बीमारी है। लेकिन यह एक मामूली फोड़े से…
Teeth pain- कभी-कभी दांतों की जड़ें काफी ढीली पड़ जाती है। जिसके करण लोगों को दांतों के असहनीय दर्द से…
वासा/अडूसा के औषधीय गुण VASA/Adusa वासा/अडूसा अनेक रोग की दवा: मासिक धर्म, सिरदर्द, नेत्र रोग, कैविटी, दंत पीड़ा, ज्वर, दमा, खांसी, क्षय रोग, बवासीर, मुखपाक, चेचक रोग, अपस्मार, स्वांस, फुफ्फस रोग, आध्मान, शिरो रोग, गुर्दे, अतिसार, मूत्र दोष, मूत्रदाह, शुक्रमेह, जलोदर, सूख प्रसव, प्रदर, रक्त…
अफीम के औषधीय गुण Afim/अफीम अनेक रोग की दवा: बुखार, मस्तक की पीड़ा, आँख के दर्द, नाक से खून आना, बाल की सुंदरता, दन्त की…
अगस्त के औषधीय गुण August/अगस्त अनेक रोग की दवा:- गठिया, ज्वर (बुखार), श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी), मिर्गी, आधाशीशी/अधकपारी, जुकाम (जुखाम), नेत्र रोग, चित्तविभरम, स्वर भंग , उदरशूल, बद्धकोष्ठ, वातरक्त, बुद्धिवर्द्धनार्थक, मूर्च्छा/बेहोशी, अंत्रवृद्धि, रक्तस्राव आदि बिमारियों…