गुलदाऊदी फूल के फायदे और नुकसान औषधीय गुण

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गुलदाऊदी फूल की दवाएं:-मासिक धर्म, पथरी, बवासीर, यौन शकित, स्त्रियों का पागलपन, गांठ, पेशाब की जलन, पेट के दर्द, सिरदर्द, कटे-जले, घाव, सूजन, हृदय बल्य, दर्द, निंद्रानाशक आदि बिमारियों के घरेलु इलाज में गुलदाऊदी के औषधीय चिकित्सा प्रयोग निम्नलिखित प्रकार से किये जाते है:-Guldaudi Phoole Benefits And Side Effects In Hindi.लदाऊदी फूल के फायदे और नुकसान एवं सेवन विधि

Table of Contents

गुलदाऊदी वृक्ष में पाये जाने वाले पोषक तत्व कुछ इस प्रकार है:

गुलदाऊदी पौधे में ऐसेसिंयल आयल, ग्लूकोसाइड और क्रिसेंथेमम पोषक तत्व पाये जाते हैं।

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मासिक धर्म में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

मासिक धर्म में गुलदाऊदी व सेवती के 10-20 ग्राम फूलों को 240 ग्राम पानी में पकाकर चतुर्थाश शेष काढ़ा नियमित सुबह-शाम पीने से मासिक धर्म की रुकावट को दूर कर उसे नियमित करता हैं।

पथरी में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

अश्मरी (पथरी) में गुलदाऊदी के सूखे फूल एक ग्राम से लेकर छह ग्राम तक पीसकर समान भाग मिश्री मिलाकर खाने से गुर्दे और मसाने की पथरी टूटकर निकल जाती है। गुलदाऊदी के 30 ग्राम फूलों को 400 ग्राम पानी में पकाकर चतुर्थाश शेष काढ़ा को सुबह-शाम पिलाने से पथरी गलकर निकल जाती है।

बवासीर में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

बवासीर में गुलदाऊदी के पत्तों का 5-10 ग्राम शीत निर्यास 20 ग्राम खंड के साथ मिलाकर पीने से बवासीर में रक्तस्राव बंद हो जाता हैं।

यौन शक्ति में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

बल्य (यौन शक्ति) में गुलदाऊदी के हरे पत्तों को पीसकर अंडकोशों और गुदा के बीच मलने से कामेन्द्रियों की शक्ति बढ़ती हैं।

स्त्रियों के पागलपन में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

गुलदाऊदी व सेवती की जड़ कुलंजन और सौंठ तीनों समभाग मिलाकर 10 ग्राम 100 ग्राम पानी में उबालकर पिलाने से स्त्रियों का पागलपन दूर होता है।

गांठ में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

गाँठ में गुलदाऊदी की जड़ को पीसकर पुल्टिस बनाकर बांधने से कच्ची गांठे बिखर जाती हैं और पकने वाली जल्दी पक जाती हैं। तथा गांठ से होने वाली परेशानी शीघ्र नष्ट हो जाती है।

पेशाब की जलन में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

मूत्रकृच्छ्र (पेशाब की जलन) में गुलदाऊदी के 8-10 पत्तों को 2 नग काली मिर्च के साथ पीसकर दिन में दो-तीन बार पिलाने से पेशाब की जलन शांत होती है।

पेट दर्द में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

उदरशूल (पेट के दर्द) में गुलदाऊदी के फूलो का 20 ग्राम क्वाथ सुबह-शाम पीने से वायु से उत्पन्न पेट दर्द में लाभ होता हैं।

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सिरदर्द में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

सिरदर्दद में गुलदाऊदी की जड़ सौंठ और कुलंजन तीनों बराबर मात्रा में लेकर 10 ग्राम मात्रा 100 ग्राम पानी में पका कर पिलाने से सिरदर्द व मस्तक पीड़ा शांत होती है।

कटे-जले में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

दाह (कटे-जले) में गुलदाऊदी के पत्तों का लेप करने से कटे हुए स्थान पर घाव नहीं बनने देता, और जले हुए स्थान पर दाग नहीं पड़ता।

घाव में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

व्रण (घाव) में गुलदाऊदी की जड़ को घिसकर गर्म कर पके हुए फोड़े पर लेप करने से उसका मुंह खुल जाता हैं। तथा फोड़ा फुट कर बह जाता है और घाव में शीघ्र आराम मिलता है।

सूजन में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

सूजन में कफ की वजह से उत्पन्न सूजन पर 10 ग्राम गुलदाऊदी फूल तीन ग्राम सौंठ और एक ग्राम सफेद जीरा तीनों को पीसकर लेप करने से सूजन बिखर जाती है।

हृदय बल में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

हृदय बल में गुलदाऊदी के फूलों का 4-6 बून्द अर्क या गुलकंद शीत की वजह से उत्पन्न हृदय की धकड़नो को सामान्य करता है, दिल को ताकत देता है तथा हृदय में प्रसन्नता पैदा करता है।

दर्द में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

दर्द में सेवती व गुलदाऊदी की जड़ कुलंजन और सौंठ तीनों को बराबर मात्रा में लेकर इसकी 10 ग्राम मात्रा 100 ग्राम पानी पकायें। पकने के बाद नियमित सेवन करने से शरीर के सभी प्रकार के दर्द में लाभ होता है।

निंद्रानाशक में गुलदाऊदी के फायदे एवं घरेलु दवाएं

गुलदाऊदी की जड़ को सौंठ और कुलंजन तीनों को समान मात्रा में मिलाकर 100 ग्राम पानी के साथ पकाये तथा पकने के बाद नियमित सुबह-शाम सेवन करने से नींद का अधिक आना नष्ट हो जाता है, और नींद समान्य हो जाती है।

गुलदाऊदी का परिचय

शोभा के लिए गुलदाऊदी के पौधे बगीचों में और घरों में गमलों में लगाये जाते हैं। अनेकोंनेक रंगों में गुलदाऊदी के मनमोहक तथा शोभायमान पुष्प होते हैं।

गुलदाऊदी वृक्ष के बाह्य-स्वरूप

गुलदाऊदी के फूल सफेद, नारंगी, पीले, गुलाबी, बैंगनी अनेक रंगों के होते हैं। गुलदाऊदी की पत्तियां भी आकार में अलग-अलग होती हैं। छोटे फूल वाली वनस्पति अधिक गुणकारी हैं।

गुलदाऊदी वृक्ष के औषधीय गुण-धर्म

गुलदाऊदी शीतल, कटु, पौष्टिक, हृदय, वीर्यवर्धक, कांतिवर्धक और वातपित्त तथा दाहनाशक है। सेवती की जड़, अकरकरे की जड़ के समान मुँह में चबाने से चरमराहट उत्पन्न करती हैं।

गुलदाऊदी फूल के अधिक सेवन से नुकसान

गुलदाऊदी के प्रयोग अधिक मात्रा में करने से दस्त जैसी समस्या हो सकती है, इसके प्रयोग करने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से मरीज को सलाह लेनी चहिए।

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